मिर्जापुर। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद ने बिना काउंसिलिंग के भर्ती किए गए आठ शिक्षकों की सेवा शुक्रवार को समाप्त कर दी। जिन शिक्षकों की सेवा समाप्त हो चुकी है उन्हें शहर के विकासखंड हलिया, चंबे व लालगंज स्थित परिषदीय विद्यालयों में पदस्थापित किया गया था. जिले में वर्ष 2015-16 में शिक्षकों की भर्ती हुई थी। आरोप है कि इन शिक्षकों ने बिना काउंसलिंग में हिस्सा लिए ही अपनी नियुक्ति करवा ली।
लोहड़ी महावीर मार्ग निवासी आदर्श कुमार तिवारी ने इस संबंध में शिकायत की थी कि इन शिक्षकों को मिर्जापुर में नियुक्ति मिली है, 15000 और 16448 शिक्षकों की भर्ती में अन्य जिलों के अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग में भाग लिया. इस शिकायत की जांच की गई। शासन के निर्देश पर अवैध नियुक्तियों की जांच के लिए अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया.
समिति में जांच के बाद संभागीय सहायक शिक्षा निदेशक, बेसिक विध्याचल मंडल की ओर से मिर्जापुर जिले में तैनात आठ आरोपित शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, संबंधित शिक्षकों ने एक माह बीत जाने के बाद भी आरोप पत्र जमा नहीं किया.
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद ने बताया कि जांच में संबंधित शिक्षकों का चयन नियम विरुद्ध पाये जाने की पुष्टि के चलते उनकी सेवा समाप्त कर दी गयी. उन्होंने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को इन शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर वेतनमान की राशि वसूल करने के निर्देश दिये हैं.
उन्होंने कहा कि जिन लोगों की सेवाएं समाप्त की गई हैं उनमें चितवनपुर प्राथमिक विद्यालय में पदस्थापित नमिता वर्मा, डुवा में पदस्थ संध्या कुमारी और रेवा की उपासना वास्तव, हलिया विकासखंड के खोदाईपुर प्राथमिक विद्यालय में तैनात कमलेश सिंह, सिंह प्राथमिक विद्यालय के अंगेश सिंह शामिल हैं.
इनके अलावा चंबे विकासखंड के खम्हणपुर प्राथमिक विद्यालय में तैनात बृजेश कुमार सिंह, लालगंज विकासखंड के पुरा लोक प्राथमिक विद्यालय के वरुण सिंह और अराजी देव प्राथमिक विद्यालय के पद्माकर दीक्षित की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई हैं.
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