सच्ची बातें अनमोल बातें - आज की हदीस़
रसूलुल्लाह (सल्ल0) ने फ़रमाया, रात की नमाज़ दो दो रकअतें हैं और जब तू ख़त्म करना चाहे तो एक रकअत वित्र पढ़ ले जो सारी नमाज़ को ताक़ बना देगी। क़ासिम-बिन-मुहम्मद ने बयान किया कि हमने बहुत-सों को तीन रकअत वित्र पढ़ते भी पाया है और तीन या एक (रकअत वित्र) सब जायज़ और मुझको उम्मीद है किसी में क़बाहत न होगी।
Reference:- Book : Sahih Bukhari, Hadees No. # 993, Status : Sahih
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