Islamic Marriage Part 04 : औरतों को मर्दों के बराबर अधिकार या धोखा


Islamic Marriage Part 04 : अस्सलामु अलइकुम वरहमतुल्लाहि वबरकातुहू! ये पोस्ट पश्चिमी जीवन व्यवस्था (Western Living System) पर आधारित है जिसमें औरतों को मर्दों के बराबर अधिकारों (Women Rights equal to men or deception) के सम्बन्ध में जानकारी दी जा रही है और आपको औरतों के अधिकारों (Women Rights) के बारे में बताया जा रहा है कि पश्चिम में औरतों के अधिकार कितने प्रतिशत हैं और भारत में औरतों के अधिकार (Women Rights) कितने प्रतिशत हैं जबकि इस्लाम ने हमें औरतों के अधिकारों को मर्दों के बराबर बताया है जिस प्रकार मर्दों को अधिकार इस्लाम ने दिये हैं ठीक इसी प्रकार औरतों को अधिकार (Women Rights) भी इस्लाम ने बताए हैं अतः अब हम इस पोस्ट में जानेंगे कि किन किन देशों में कितने प्रतिशत औरतों के अधिकार (Women Rights) हैं। चुनांचे आप लोग इस पोस्ट को पूरा ज़रूर पढ़ लें ताकि आप ये जान सकें कि इस्लाम में औरतों को कितना अधिकार (Women Rights in Islam) है। अब हम आपकी खि़दमत में पेश कर रहे हैं निकाह के मसाइल भाग 4 Islamic Marriage Part 04, इसका अध्ययन करना आपके लिए अत्यन्त आवश्यक है। इंशा अल्लाह आपको इसमें बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी। आप हज़रात से गुज़ारिश है कि इस पोस्ट को दूसरों तक पहुँचाने में हमारी सहायता ज़रूर करें ताकि और लोग भी इससे लाभ उठा सकें। अल्लाह तआला हम सभी को सही शिक्षा प्राप्त करने और उन पर अमल करने की तौफ़ीक़ अता फ़रमाए, आमीन! 

बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम

अलहम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन वस्सलातु वस्सलामु अला सय्यिदिल मुर्सलीन वल आक़िबतु लिल मुत्तक़ीन, अम्मा बाद!

प्रगतिशील देशों में ज़िना, अश्लीलता और हरामकारी के इस कल्चर की एक और तस्वीर न्यूज़ेिवीक की इस रिपोर्ट से समाने आती है जिसमें अमेरिका और यूरोप के 17 देशों में बिन ब्याही माओं की दर प्रतिशत प्रकाशित की गयी जो इस प्रकार है-

1. स्वेडस – 50 प्रतिशत

2. डेन्मार्क – 47 प्रतिशत

3. नार्वे – 46 प्रतिशत

4. फ्रांस – 35 प्रतिशत

5. ब्रिटेन – 32 प्रतिशत

6. फिनलैंड – 31 प्रतिशत

7. अमेरिका – 30 प्रतिशत

8. आस्टीरिया – 27 प्रतिशत

9. आयरलैन्ड – 20 प्रतिशत

10. पुरतगाल – 17 प्रतिशत

11. जर्मनी – 15 प्रतिशत

12. नेदरलैन्ड – 13 प्रतिशत

13. बर्ग – 13 प्रतिशत

14. बेलजियम – 13 प्रतिशत

15. स्पेन – 11 प्रतिशत

16. इटली – 7 प्रतिशत

17. स्वीज़रलैन्ड- 6 प्रतिशत

18. यूनान – 3 प्रतिशत

ज़िनाकारी, बदकारी और अश्लीलता के इस शैतानी तूफ़ान ने पश्चिम के सभी प्रगतिशील देशों को जिन्सी दरिन्दों का जंगल बना दिया है। अमेरिकी पत्रिका ‘टाइम्स’ की एक रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस, जर्मनी, चैक, रोमानिया, हंगरी और बलगारिया की बड़ी-बड़ी सड़कों पर बदकार औरतें लाइनें लगाऐ खड़ी रहती हैं। बर्लिन और प्राग को मिलाने वाली बारह सौ किलो मीटर लम्बी सड़क शायद दुनिया का सबसे सस्ता और बड़ा वैश्यालय है जहाँ से गुज़रने वालों को बड़ी ही सस्ती अय्याशी के लिए कमसिन व सुन्दर लड़कियां मिल जाती हैं।

इस सर्वे के अनुसार ब्रिटेन की प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी आक्सफ़ोर्ड में शिक्षा ग्रहण करने वाले 76 प्रतिशत छात्र शादी के बिना जिन्सी संबंध जोड़ने के पक्ष में हैं। 51 प्रतिशत छात्राओं ने माना कि वे यूनीवर्सिटी में आने के बाद कुंवारी नहीं रहीं। 25 प्रतिशत छात्राओं ने गर्भ निरोधक गोलियां इस्तेमाल करने की बात मानी। 56 प्रतिशत छात्रों को जिन्सी आनन्द की प्राप्ति के लिए एड्स की कोई चिन्ता नहीं। 48 प्रतिशत समलिंग के शौक़ से आनन्द प्राप्ति को प्राकृतिक और सुरक्षित तरीक़ा समझते हैं। ब्रिटेन के समाचार पत्र एक्सप्रेस के अनुसार हर साल एक लाख अंग्रेज़ छात्राएं गर्भवती होती हैं।

याद रहे कि इंग्लैंड के क़ानून के अनुसार चार साल बाद हर बच्चे को स्कूल भिजवाना अनिवार्य है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को शुरू ही से एक दूसरे के साथ नंगे होकर नहाने की नियमित रूप से ट्रेनिंग दी जाती है। बड़ी क्लासों में पहुंचने के बाद नौजवान लड़कों और लड़कियों के लिए संयुक्त स्वीमिंग (तैराकी) अनिवार्य होती है इसके साथ-साथ बच्चों को रात में देर तक घर से बाहर रहने की सुविधाएं उपलब्ध की जाती हैं और यह भी बताया जाता है कि यदि तुम्हारे माँ-बाप तुम्हें किसी बात पर डाटें या मारें तो पुलिस को फ़ोन करके उन्हें थाने भिजवा दो।1 अमेरिका की स्थिति भी इससे अलग नहीं है एक स्कूल में दो लड़कों ने पन्द्रह साल की लड़की से ज़िना किया। मुक़दमा अदालत में गया तो जज ने फ़ैसले में लिखा- लड़कों ने लड़कपन में शरारत की है इसे ज़िना नहीं कहा जा सकता। (नवाए वक़्त 30 दिसम्बर 1991)

Islamic Marriage Part 04 : एक मासिक अमेरिकी पत्रिका के सर्वे के अनुसार 1980 से 1985 के बीच शादी करने वाली औरतों में से केवल 14 प्रतिशत औरतें वास्तव में कुंआरी थी शेष 86 प्रतिशत शादी से पूर्व ही अपनी इज़्ज़त गंवा चुकी थीं। 80 प्रतिशत से अधिक लड़के और लड़कियाँ 19 साल की उम्र से पहले ही जिन्सी संबंध स्थापित कर चुके होते हैं। (अलजुमा मासिक U.S.A. – 20 अक्टूबर 1997)

एक सर्वे के अनुसारर अमेरिका में गर्भपात कराने वाली औरतों की दर 33 प्रतिशत है। (जस्ट द फैक्टस डायटन राइट टू लाइफ़ यू.एस.ए.)

वायस आफ़ अमेरिका की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी कांग्रेस की सब कमेटी के सामने सेना में काम करने वाली अनेक औरतों ने अपने सैनिक अफ़सरों के हाथों जिन्सी शोषण की शिकायत की तो कमेटी ने अपराधियों के विरूद्ध किसी प्रकार की कार्यवाही करने से इन्कार कर दिया। एक औरत ने बताया कि उसके ‘‘बास’’ ने उसकी इज़्ज़त लूटी है तो उसे कहा गया ‘‘इसे भूल जाओ’’ (नवाए वक़्त 2 जुलाई 992 ई0)।

जिन्सी आनन्द की इस हविस ने राष्ट्रों के अन्दर मानवता तो क्या ममता जैसी महान भावनाओं तक को पामाल कर डाला है। नीव जर्सी के एक स्कूल की छात्रा ने नाच गाने की महफ़िल के दौरान स्कूल के टेस्ट रूम में बच्चे को जन्म दिया और उसे वहीं कूड़ेदान में फेंककर नाच गाने के प्रोग्राम में दोबारा शामिल हो गयी। (उर्दू न्यूज़ जद्दा 19 अगस्त 1997)।

सत्यता तो यह है कि पश्चिम का यह आज़ाद जिन्सी समाज वासना की भावनाओं का एक ऐसा ज्वालामुखी बन चुका है जो किसी तरह भी ठंडा होने का नाम नहीं लेता बल्कि दिन प्रतिदिन फैलता ही जा रहा है। अतएव अब आचरण से नंगे पश्चिम में ज़िना के साथ-साथ समलिंग की महामारी भी जंगल की आग की तरह फैल रही है। ब्रिटेन की पुलिस के सेन्ट्रल कम्प्यूटर पर ऐसे दस हज़ार लोगों के नाम मौजूद हैं जिनके बारे में यह प्रमाणित तथ्य हैं कि वे बच्चों के साथ ज़्यादती करते हैं लेकिन पुलिस का कहना है कि यह संख्या असल संख्या का बहुत थोड़ा सा हिस्सा है इसलिए कि पुलिस ने यह रिकार्ड केवल पिछले चार साल से तैयार करना शुरू किया है। (तकबीर 29 मार्च 1997)। लन्दन में ईसाई रस्म व रिवाज़ के अनुसार हज़ारों मेहमानों की मौजूदगी में टाउन हाल के पादरी ने दो औरतों का आपस में निकाह पढ़ाकर समलिंग की शर्मनाक हरकत की मिसाल क़ायम की (तकबीर 29 मार्च 1997)। अमेरिका में महिला आन्दोलन की एक लीडर ‘‘पैटरीशिया’’ ने यह स्वीकारा है कि वह अपने पति के अलावा एक औरत के साथ भी जिन्सी संबंध रखती है। ‘‘न्यूयार्क टाइम्स’’ के अनुसार अमेरिका मे महिला आन्दोलन की तीस से चालीस प्रतिशत औरतें अपनी साथियों के साथ जिन्सी संबंध रखती हैं (तकबीर 13 अप्रैल 1995)।

ये है पश्चिमी समाज की एक संक्षिप्त सी झलक जिस पर हमारा बुद्विजीवी वर्ग, दार्शनिक और रहनुमा मोहित हैं और जिसके अनुसरण में पूर्वी औरत के समस्त मसाइल का सम्पूर्ण हल समझा जाता है।

पश्चिमी समाज में औरत मर्द के बीच समानता का नारा कुछ औरतों व लोगों को बड़ा दिलकश महसूस होता है क्या पश्चिम में वास्तव में औरतों को व्यवहारिक रूप से मर्दों के बराबर अधिकार हासिल हैं या यह केवल एक धोखे से भरपूर प्रोपगंडा है? इंशा अल्लाह! अब हम इसके सार में भाग-5 में अवलोकन पेश करेंगे-

इस व्यवस्था का ग़ैर मुस्लिम बच्चों पर जो प्रभाव है वह तो है ही पश्चिम में रहने वाले बच्चों पर इसके प्रभाव का अनुमान निम्न घटनाओं से लग सकता है जो दैनिक ‘‘जंग’’ लंदन के 25 अक्टूबर 1992 में छपी है। ब्रिटेन में रहने वाले मुसलमान माँ-बाप से अपील की जाती है कि चूंकि सेकेन्डरी स्कूल की लड़कियाँ सामान्य रूप से नैतिक और जिन्सी हमलों का आसानी से शिकार बन जाती हैं और इस तरह समय से पहले ही माऐं बन जाती हैं जिसका कारण यह है कि लड़कियों को अपने ब्वाय फ्रेंड से ‘‘छव’’ कहने में संकोच होता है अतः माँ-बाप से विनती की जाती है कि वे अपनी बच्चियों को ‘‘छव’’ कहने की ट्रेनिंग दें। (सिराते मुस्तक़ीम बरमिंधम नवम्बर, दिसम्बर 1992)
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