सच्ची बातें अनमोल बातें - आज की हदीस़
मुसद्दद ने बयान किया, कहा हमसे बिश्र बिन मुफ़ज़्ज़ल ने बयान किया, उनसे हुमैद ने बयान किया, उनसे अनस रज़ि0 ने बयान किया कि मुझसे उबादा-बिन सामित रज़ि0 ने कहा-
नबी करीम (सल्ल0) लोगों को शबे-क़द्र की ख़ुशख़बरी देने के लिए हुजरे से बाहर तशरीफ़ लाए लेकिन मुसलमानों के दो आदमी उस वक़्त आपस में किसी बात पर लड़ने लगे। आप (सल्ल0) ने फ़रमाया कि मैं तुम्हें (शबे-क़द्र के मुताल्लिक़) बताने के लिए निकला था लेकिन फुलाँ-फुलाँ आपस में लड़ने लगे अैर मेरे इल्म से वो उठा ली गई। मुमकिन है कि यही तुम्हारे लिए अच्छा हो। अब तुम उसे 29 और 27 और 25 रमज़ान की रातों में तलाश करो।
Reference: - Book: Sahih Bukhari, Hadees No. # 6049, Status: Sahih