सच्ची बातें अनमोल बातें - आज की हदीस़
यहया बिन सुलेमान ने बयान किया, उन्होंने कहा कि हमसे अब्दुल्लाह बिन वहब ने बयान किया, उन्हेंने कहा कि हमें अम्र बिन हारिस ने ख़बर दी, उनसे अब्दुर्रहमान बिन क़ासिम ने अपने बाप क़ासिम से बयान किया और उनसे हज़रत अब्दुल्लाह बिन उमर रज़ि0 ने बयान किया कि- रसूलुल्लाह (सल्ल0) ने फ़रमाया, रात की नमाज़ें दो दो रकअतें हैं और जब तू ख़त्म करना चाहे तो एक रकअत वित्र पढ़ ले जो सारी नमाज़ को ताक़ बना देगी। क़ासिम-बिन-मुहम्मद ने बयान किया कि हमने बहुत-सों को तीन रकअत वित्र पढ़ते भी पाया है और तीन या एक (रकअत वित्र) सब जायज़ और मुझको उम्मीद है किसी में क़बाहत न होगी।
Reference: - Book: Sahih Bukhari, Hadees No. # 993, Status: Sahih