सच्ची बातें अनमोल बातें - आज की हदीस़
नबी करीम (सल्ल0) ने फ़रमाया, जो शख़्स रमज़ान के रोज़े ईमान और एहतिसाब (अज्र और सवाब हासिल करने की नीयत) के साथ रखे उसके पिछले तमाम गुनाह माफ़ कर दिये जाते हैं। और जो शबे-क़द्र में ईमान और एहतिसाब के साथ नमाज़ में खड़ा रहे उसके भी पिछले तमाम गुनाह माफ़ कर दिये जाते हैं। सुफ़ियान के साथ सुलेमान-बिन-ज़्याद ने भी इस हदीस़ को ज़ोहरी से रिवायत किया।
Reference: - Book: Sahih Bukhari, Hadees No. # 2014, Status: Sahih
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