सच्ची बातें अनमोल बातें - आज की हदीस़
जब रमज़ान के रोज़े का हुक्म नाज़िल हुआ तो मुसलमान पूरे रमज़ान में अपनी बीवियों के क़रीब नहीं जाते थे और कुछ लोगों ने अपने को खि़यानत में मुब्तला कर लिया था। इस पर अल्लाह तआला ने ये आयत नाज़िल फ़रमाई
علم الله انكم كنتم تختانون انفسكم فتاب عليكم و عفا عنكم
अल्लाह ने जान लिया किया कि तुम अपने को खि़यानत में मुब्तला करते रहते थे। इसलिये उसने तुम पर रहमत से तवज्जोह फ़रमाई और तुमको माफ़ कर दिया।
Reference: - Book: Sahih Bukhari, Hadees No. # 4508, Status: Sahih