सच्ची बातें अनमोल बातें - आज की हदीस़
अबू-बक्र (रज़ि0) ने उनके लिये फ़र्ज़ ज़कात का बयान तहरीर किया था जो रसूूलुल्लााह (सल्ल0) ने मुक़र्रर की थी। आप (सल्ल0) ने फ़रमाया कि जब किसी माल में दो आदमी साझी हों तो वो ज़कात में एक दूसरे से बराबर-बराबर मुजरा कर लें (यानी ज़कात की रक़म आपस में बराबर तक़सीम कर लें)।
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