सच्ची बातें अनमोल बातें - आज की हदीस़
हम अब्दुल्लाह बिन उमर (रज़ि0) के साथ कहीं जा रहे थे। एक देहाती ने आपसे पूछा कि मुझे अल्लह तआला के इस फ़रमान की तफ़सीर बताएँ ‘‘जो लोग सोने और चाँदी का ख़ज़ाना बनाकर रखते हैं।’’ इब्ने उमर (रज़ि0) ने उसका जवाब दिया कि अगर किसी ने सोना चाँदी जमा किया और उसकी ज़कात न दी तोे उसके लिये ‘‘ख़राबी’’ है। ये हुक्म ज़कात के अहकाम नाज़िल होने से पहले था लेकिन जब अल्लाह तआला ने ज़कात का हुक्म नाज़िल कर दिया तो अब वही ज़कात माल और दौलत को पाक कर देने वाली है।
Reference: - Book: Sahih Bukhari, Hadees No. # 1404, Status: Sahih
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