सच्ची बातें अनमोल बातें - आज की हदीस़
रसूलुल्लाह (सल्ल0) ने फ़रमाया, जिसने रमज़ान की रातों में (बेदार रह कर) नमाज़े-तरावीह पढ़ी ईमान और एहतिसाब के साथ उसके अगले तमाम गुनाह माफ़ हो जाएंगे। इब्ने-शहाब ने बयान किया कि फिर नबी करीम (सल्ल0) की वफ़ात हो गई और लोगों का यही हाल रहा (अलग अलग अकेले और जमाआतों से तरावीह पढ़ते थे) उसके बाद अबू-बक्र (रज़ि0) के दौरे खि़लाफ़त में और उमर (रज़ि0) के शुरूआती दौरे-खि़लाफ़त में भी ऐसा ही रहा।
Reference:- Book : Sahih Bukhari, Hadees No. # 2009, Status : Sahih
0 टिप्पणियाँ
Please don't share spam link in this blog.