सच्ची बातें अनमोल बातें - आज की हदीस़
आयशा (रज़ि0) ने कहा, रमज़ान में फ़ज्र के वक़्त नबी करीम (सल्ल0) एहतिलाम (नींद की हालत में वीर्य-पतन) से नहीं (बल्कि अपनी बीवियों के साथ सोहबत करने की वजह से) ग़ुस्ल करते और रोज़ा रखते थे। (मालूम हुआ कि ग़ुस्ले-जनाबत (शौहर बीवी के दरम्यान हम-बिस्तरी के बाद नापाकी की हालत) रोज़ेदार फ़ज्र के बाद कर सकता है।
Reference:- Book : Sahih Bukhari, Hadees No. # 1930, Status : Sahih
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